प्यार, इश्क, मोहब्बत जैसे सुंदर एहसास अब हवस मिटाने का ज़रिया बन गया है

समय के चलते स्वतंत्रता को अपना नैतिक हक समझने वाली आजकल की पीढ़ी स्वच्छंदता का अंचला ओढ़े मनमानी कर रही है। या यूँ कहे कि, माँ-बाप के बनाए हुए दायरे को तोड़ कर आज़ाद ज़िंदगी जीने की होड़ में बर्बादी के पथ पर चल पड़ी है। खासकर लड़कियाँ अपने आप को बहुत एडवांस और होशियार … Continue reading प्यार, इश्क, मोहब्बत जैसे सुंदर एहसास अब हवस मिटाने का ज़रिया बन गया है